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"वो संजू के ऊपर ऐसे अपना दावा करती थी जैसे संजू का पट्टा उसके नाम पर लिख दिया गया हो, बिल्कुल ऐसे जैसे किसी खाली पड़ी जमीन पर किसी ने अनाधिकृत कब्जा कर लिया हो और अब मान के राजी न हो कि ये जमीन उसकी नहीं है।"
"हां, हूं मै पागल। लेकिन तुम्हारी तरह डरपोक नहीं हूं। सागर की तलहटी तक जाकर, सीप खोलकर, उसमें से मोती निकालकर सही सलामत ऊपर आ सकने की हिम्मत है मुझमें।"
"हां, हूं मै पागल। लेकिन तुम्हारी तरह डरपोक नहीं हूं। सागर की तलहटी तक जाकर, सीप खोलकर, उसमें से मोती निकालकर सही सलामत ऊपर आ सकने की हिम्मत है मुझमें।"
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Kabja (कब्ज़ा)
9 SET 2021 · "वो संजू के ऊपर ऐसे अपना दावा करती थी जैसे संजू का पट्टा उसके नाम पर लिख दिया गया हो, बिल्कुल ऐसे जैसे किसी खाली पड़ी जमीन पर किसी ने अनाधिकृत कब्जा कर लिया हो और अब मान के राजी न हो कि ये जमीन उसकी नहीं है।" "हां, हूं मै पागल। लेकिन तुम्हारी तरह डरपोक नहीं हूं। सागर की तलहटी तक जाकर, सीप खोलकर, उसमें से मोती निकालकर सही सलामत ऊपर आ सकने की हिम्मत है मुझमें।"
"वो संजू के ऊपर ऐसे अपना दावा करती थी जैसे संजू का पट्टा उसके नाम पर लिख दिया गया हो, बिल्कुल ऐसे जैसे किसी खाली पड़ी जमीन पर किसी ने अनाधिकृत कब्जा कर लिया हो और अब मान के राजी न हो कि ये जमीन उसकी नहीं है।"
"हां, हूं मै पागल। लेकिन तुम्हारी तरह डरपोक नहीं हूं। सागर की तलहटी तक जाकर, सीप खोलकर, उसमें से मोती निकालकर सही सलामत ऊपर आ सकने की हिम्मत है मुझमें।"
"हां, हूं मै पागल। लेकिन तुम्हारी तरह डरपोक नहीं हूं। सागर की तलहटी तक जाकर, सीप खोलकर, उसमें से मोती निकालकर सही सलामत ऊपर आ सकने की हिम्मत है मुझमें।"
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Autore | Manojvm Publishing House |
Categorie | Libri |
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