Kuch Khas Hai Usme

29 mag 2020 · 1 min. 22 sec.
Kuch Khas Hai Usme
Descrizione
एक लड़की है
कुछ तो बात है जिसमें
कुछ खास है उसमें
यूं ही नहीं
बिना कुछ किए
मेरी सांसों को रोक देती है
सपनों में आकर
Smile करना सिखाती है
और अकेलेपन में
मेरी आंखों से बह जाती है
दूर रहकर भी
खोया रहता हूं जिसकी ख्यालों में
कुछ तो बात है उसमें
कुछ खास है उसमें....
कुछ खास है उसमें
यूं ही नहीं
हर मुलाकात
अधूरी सी लगती है
हर रात
नई सुबह सी लगती है
उसकी हर बात
मुझे जरुरी सी लगती है
और उससे मिलकर
मेरी हर ख्वाहिश
पूरी सी लगती है
शायद इसलिए
ढूंढने निकल जाता हूं
अकेले ही इन राहों पे
ताकि...
कहीं मिल जाए
मेरी निगाहें उसकी निगाहों से
और मैं खो जाऊं
उसकी खुबसूरत निगाहों में
क्योंकि....
कुछ तो बात है उसमें
कुछ खास है उसमें....
कुछ खास है उसमें
Informazioni
Autore Mahesh Layek
Organizzazione Mahesh Layek
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